एक यही नाम है जो लेकर दिलो में जोश और आंखों में जुनून जगता है एक यही नाम है जिसकी वजह से सिर फक्र से उठता है एक यही नाम है जिसे सुनकर रगों में खून उबलता है एक यही नाम है जो बर्दास्त करने की जगह लड़ना सिखाता है राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हु जो जेल में भी आज़ाद है।। भगत सिंह जी आज जन्मदिवस है उस शख्श का जिन्होंने हमे सिखायी थी वीरता ! आज जन्मदिवस है उस शख्श का जिन्होंने हमे बताई थी आज़ादी ! मैंने सुनी है लोगो से उस वीर की कहानियां ! कैसे लड़े थे वो आज़ादी के लिए अंग्रेज़ो से लड़ाईया ! उन्होंने नौजवानी में ही किए थे ऐसे काम की कहलाए थे धरतीपुत्र महान ! 24 की उम्र में जिन्होंने थामा था हँस के मौत का हाथ । उन्होंने ही तो सिखाया था हमको चेहरे पर अपने रख के मुस्कान । जिंदगी को जीते अपने दम पर है , बाकी जनाज़े ही दूसरों के कंधो पर चलते है। किसी ने आज