कुछ एक पल में कई बार हम सदियां जी लेते है। अपनी मोहब्बक्त को करीब पाकर हम यूही मुस्कुरा लेते है। यू तो वो रात उसके नाम की थी पर उस रात की कहानी लिखने का हक़ मेरे पास था... मुझे ये तो समझ आ चुका था कि मेरी कहानियों में वो खोने लगी है। वो तलाशने लगी थी खुद को मेरे हर लफ्ज़ में, जैसे उसे समझ आ गया था वो कॉलेज वाली लड़की कोई और नही बल्कि वो खुद है और जिसकी तारीफ में मैं अपनी पहचान तक भूल गया वो तारीफ उसी की है, उस रात वहां से निकलने से जरा पहले ही उसकी और मेरी नजरे टकरायी और ऐसा लगा जैसे पलके एक बार से दूसरी बार झपकने के बीच में जो वक़्त लेती है वो वक़्त वही ठहर सा गया हो, जैसे उस वक़्त आस-पास जो कुछ भी हो रहा था सब थम सा गया था। इतने में किसी ने मुझे आवाज़ दी और मैं जैसे किसी ख्वाब से वापस आया था, अब जैसे तैसे उस पार्टी को खत्म कर के मैं अपने रूम पर पहुचा पर उस कमबख्त रात ने जैसे ना गुजरने का
इस साल का ये मेरा पहला ब्लॉग है, हालांकि नया साल शुरू हुए 10 दिन बीत चुके है... पर ब्लॉगिंग साइट में थोड़ी दिक्कत की वजह से मैं असमर्थ था। नए साल में बीते साल की कुछ बाते लिख रहा हू, उम्मीद करता हू आपको पसंद आएगा ~~~ 2020 ने हमे कितना कुछ है सिखाया। Work From home और lockdown से लेकर "रामायण" तक ट्रेंड में है आया। घर पर रहने की मजबूरी कहो या माँ के हाथ के खाने की खुशी, ये पू रा साल कई उतार चढ़ाव लेकर था आया। इस पूरे साल हम एक अलग ही दुनिया मे जैसे जी रहे हो, जैसे बचपन मे हमे घरों में बंद कर दिया जाता था और हम चिल्ला चिल्लाकर पूरी कॉलोनी को हिला देते थे, कुछ वही हाल था हमारा। पर अब वो चिल्लाना नही था बस थी तो खामोशी, बेचैनी और चैन से सांस ना ले पाने की फिक्र... थाली पीटने से लेकर मोमबत्ती जलाना भी देखा है। चाइना को हमने बॉर्डर से पीछे हटाते भी देखा है। राम मंदिर की नींव रख दीवाली बिन दिया जलाया है